जैसा की आप जानते हैं ब्रेसेस का इस्तेमाल आमतौर पर टेढ़े दांतों को सीधा करने में किया जाता है| आप जरूर दांतों में तार लगवाने के लिए तैयार होंगे लेकिन आपको कुछ बातें जान लेनी चाहिए| सीधे दांत न केवल सुन्दर दिखते है वो साफ़ भी उतनी आसानी से हो जाते हैं|
पहले केवल युवावस्था में हे दांतों में ब्रेसेस लगवाने को सही माना जाता था| वैसे उम्र और ब्रेसेस का कोई सम्बन्ध नहीं है अगर आपके मसूड़े और दांत सुरक्षित है|
Dental Braces असल में पांच तरह के होते हैं –
मेटल – यह बहुत ही साधारण और सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये जाने वाले तार होते है| यह धातु से बने होते है और केवल 1 से 1 ½ साल तक ही लगते हैं|
सिरेमिक – ये बनावट और आकर में मेटल ब्रेसेस जैसे ही रहते है बस ये थोड़े से पारदर्शी और सफ़ेद रंग के होते है| ये आसानी से दांतों के रंग में मिल जाते हैं और ये लगातार 1 से 2 साल तक लगे रह सकते हैं|
लिंगुअल – यह दांतों के पीछे लगते हैं और इस तरह के ब्रेसेस लगने के बाद भी नहीं दिखते|
अद्द्रश्य – अद्द्रश्य या इनविजिबल ब्रेसेस दो तरह के होते हैं जो क्लियर और लिंगुअल ब्रेसेस हैं|
क्लियर अलाइनर – इन ब्रेसेस की सबसे अच्छी बात यह है की यह निकल भी सकते है और दोबारा लग भी सकते हैं| इस तरह के ब्रेसेस आधुनिक तकनीक से बने होते हैं| ब्रश करते समय या खाना खाते समय आप इनको निकाल भी सकते हैं| यह प्लास्टिक कवर जैसे ही दिखते हैं|
क्या न खाएं ब्रेसेस लगवाने के बाद?
कठोर और चिपचिपे पदार्थ जैसे मेवे और चॉकलेट से परहेज करें अगर आपको सिरेमिक, मेटल या लिंगुअल ब्रेसेस लगें हो क्योकि इन्हें खाने से ब्रेसेस को हानि हो सकती है या वो निकल सकते हैं|
आपको रिटेनर्स भी पहनना पढ़ सकता है| यह आपके दांतों को सेट होने में कारगर साबित हो सकता है| आपको बस पूरे नियमो का पालन करना होगा जो आपको आर्थोडेंटिस्ट बताएगा|
क्या इलास्टिक बैंड लगाना पढ़ सकता है?
अगर आपने पूरी तरह दांतों में ब्रेसेस लगवाने का मन बना लिया है तो ध्यान रखे की आपको एक इलास्टिक बैंड ब्रेसेस के ऊपर लगवाना पढ़ सकता है| डॉक्टर उपचार के तौर पर इसे लगाने की सलाह देते है ताकि आपके दांतों को सही जगह लाने में मदद मिले| लेकिन यह आपके ब्रेसेस पे अतिरिक्त जोर लगाते हैं| इसे लगाने के लिए अपने आर्थोडेंटिस्ट की सलाह लें| यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका उपचार ज्यादा लम्बा चल सकता है|
Dental Braces डेन्टिस्ट टेढ़े दांतों को सीधा करने के लिए लगाते हैं| ये दांतों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और भोजन चबाने की प्रक्रिया को भी सुधारते हैं| ये दांतों के बीच के गैप भी भर देते हैं|